सैकड़ों पुलिसकर्मी के साथ संभल सांसद के घर पहुंची बिजली विभाग की टीम, लगाया स्मार्ट मीटर

सैकड़ों पुलिसकर्मी के साथ संभल सांसद के घर पहुंची बिजली विभाग की टीम, लगाया स्मार्ट मीटर

Sambhal Violence Update

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Sambhal Violence Update: उत्तर प्रदेश के संभल में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच मंगलवार को संभल के सांसद जिया उर रहमान के आवास पर स्मार्ट बिजली मीटर लगाया गया. बिजली विभाग की टीम ने पहले लगे मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाया. संभल के एसडीओ संतोष त्रिपाठी ने बताया कि इलाके में बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत यह कार्रवाई हुई है.

संभल के एसडीओ-1 संतोष त्रिपाठी ने बताया कि दीपासराय मोहल्ले में रहमान के आवास पर स्मार्ट मीटर लगाने के लिए बिजली विभाग की टीम गई है. उन्होंने बताया कि पहले लगे मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है. त्रिपाठी ने बताया कि दीपासराय में और मीटर बदले जा रहे हैं और सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस वहां पहुंच गई है. 

अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने बताया कि दीपासराय में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं और सुरक्षा व्यवस्था के लिए उन्होंने मौके का दौरा किया है. संभल के सांसद के पिता ममलुक उर रहमान बर्क ने पत्रकारों से कहा कि स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है और इसमें कुछ भी नया नहीं है. उन्होंने बताया कि नया मीटर पुराने मीटर की जगह लगाया जा रहा है. खग्गू सराय में मंदिर मिलने और वहां कथित अतिक्रमण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है और कहा कि सुई को फावड़ा बनाया जा रहा है.

बिजली चोरी पर योगी सरकार का एक्शन

बता दें कि संभल में मंगलवार को हुई घटना इस तथ्य के मद्देनजर महत्वपूर्ण है कि यह घटना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सोमवार को दिए गए बयान के एक दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि संभल में धार्मिक स्थलों से "मिनी पावर स्टेशन" संचालित किए जा रहे हैं. प्रश्नकाल के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा में बोलते हुए आदित्यनाथ ने (सोमवार को) कहा था कि कई मस्जिदों के अंदर अवैध सब-स्टेशन स्थापित किए गए हैं और मुफ्त में कनेक्शन वितरित किए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली निगम का लाइन लॉस 30 प्रतिशत से कम है, लेकिन संभल के दीपासराय और मियासराय इलाकों में लाइन लॉस क्रमशः 78 प्रतिशत और 82 प्रतिशत है. आदित्यनाथ ने कहा, "यह देश के संसाधनों की लूट है. अगर प्रशासन अपना कर्तव्य निभा रहा है, तो उसे चोर कहा जाएगा और अगर प्रशासन चोरी पकड़ता है, तो उसे अत्याचार कहा जाएगा."

1978 से बंद एक मंदिर को फिर से खोला गया

वहीं, संभल प्रशासन ने शहर में सांप्रदायिक दंगों के बाद 1978 से बंद एक मंदिर को फिर से खोल दिया है. अधिकारियों ने कहा कि शाही जामा मस्जिद से कुछ ही दूरी पर स्थित इस मंदिर को अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान अधिकारियों की "ठोकर" खाने के बाद खोला गया था. भस्म शंकर मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति और शिवलिंग हैं. कुछ स्थानीय लोगों का दावा है कि सांप्रदायिक दंगों के बाद 1978 से मंदिर बंद था, जिसके कारण हिंदू समुदाय के लोग विस्थापित हो गए थे.

क्षेत्र में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान का नेतृत्व करने वाली उप-विभागीय मजिस्ट्रेट वंदना मिश्रा ने पहले कहा था, "क्षेत्र का निरीक्षण करते समय, हमें इस मंदिर पर नजर पड़ा इसे देखते ही, मैंने तुरंत जिला अधिकारियों को सूचित किया."